RAS आशा कंदारा की कहानी
राजस्थान के जोधपुर शहर की सड़कों पर झाडू लगाने वाली महिला आशा कंदारा ने हाल ही में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) की परीक्षा पास की है, और जल्द ही उन्हें डिप्टी कलेक्टर का पद दिया जाएगा।
दो साल पहले RAS की परीक्षा देने के बाद, आशा COVID-19 के कारण हुई देरी के कारण अपना परिणाम प्राप्त नहीं कर पाई थी।
इस दौरान अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए उन्होंने सफाईकर्मी की नौकरी कर ली। दो बच्चों की मां आशा आठ साल पहले अपने पति से अलग हो गई थी और तब से अपने बच्चों को अकेले ही पाला है।
Photo credit: Bhaskerएक इंटरव्यू में आशा ने कहा कि समाज में उनके साथ जो भेदभाव हुआ उसी को उन्होंने अपनी इंस्पिरेशन बना दिया और कड़ी मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया।
उन्होंने कहा कि जो भी उन्हें हासिल हुआ है वह उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है। उसने यह भी बताया कि वह एक आईएएस (IAS) अधिकारी बनना चाहती थी, लेकिन उम्र से संबंधित प्रतिबंधों के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सकी।
लेकिन अपनी नई योग्यता जो कि (RAS) के साथ, उनका लक्ष्य समाज को बेहतर बनाना और अपनी क्षमताओं के अनुसार जरूरतमंद लोगों की मदद करना है।
Inspiring personality
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