लुईस हैमिल्टन: F1 के चैंपियन ड्राइवर की पूरी कहानी, रिकॉर्ड्स और उपलब्धियां

लुईस हैमिल्टन (Lewis Hamilton) फॉर्मूला 1 (F1) के सबसे सफल और रिकॉर्ड तोड़ने वाले ड्राइवरों में से एक हैं। सात वर्ल्ड चैंपियनशिप, 105 रेस जीत और विविधता को बढ़ावा देने की उनकी पहल, लुईस को एक प्रेरणास्त्रोत बनाती है। 

जानें उनकी शुरुआत से लेकर McLaren और Mercedes तक के करियर, F1 रिकॉर्ड्स, और Hamilton Commission जैसे सामाजिक प्रयासों के बारे में।

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लुईस हैमिल्टन: फॉर्मूला 1 का एक शानदार ड्राइवर

लुईस हैमिल्टन (Lewis Hamilton) का जन्म 7 जनवरी 1985 को इंग्लैंड के स्टीवेनैज (Stevenage, England) में हुआ था। वह आज के समय में फॉर्मूला 1 (F1) के सबसे सफल और चर्चित ड्राइवरों में से एक हैं। 

लुईस ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड्स तोड़े हैं, जिनमें से सबसे बड़ा रिकॉर्ड है F1 में सबसे अधिक रेस जीतने का। 

इसके अलावा, वह माइकल शूमाकर के साथ सात वर्ल्ड चैंपियनशिप्स के साथ जुड़ते हैं, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। 

2008 में, उन्होंने फॉर्मूला 1 वर्ल्ड ड्राइवर चैंपियनशिप जीतने वाला पहला काले ड्राइवर बनने का गौरव प्राप्त किया।

शुरूआत: कार्टिंग से F1 तक का सफर

लुईस हैमिल्टन का रेसिंग करियर आठ साल की उम्र से ही शुरू हो गया था। उन्होंने 10 साल की उम्र में ब्रिटिश कार्ट चैंपियनशिप जीतने के बाद कार्टिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। 

13 साल की उम्र में वह मैकलारेन और मर्सिडीज-बेंज यंग ड्राइवर सपोर्ट प्रोग्राम का हिस्सा बने, जहां उन्हें अपनी रेसिंग क्षमता को और निखारने का अवसर मिला। 

1998 से 2000 के बीच, उन्होंने यूरोपीय और वर्ल्ड कार्टिंग चैंपियनशिप्स जीतें, और 15 साल की उम्र में उन्होंने कार्टिंग में नंबर 1 रैंक प्राप्त की, जो किसी भी ड्राइवर के लिए एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी।

F1 में पदार्पण और पहला चैंपियनशिप

2007 में लुईस हैमिल्टन ने मैकलारेन F1 टीम में शामिल होकर फॉर्मूला 1 में कदम रखा। अपने रॉकई सीज़न में ही उन्होंने वर्ल्ड ड्राइवर चैंपियनशिप में दूसरा स्थान हासिल किया, और किमी राइकोनन से सिर्फ एक अंक पीछे रहे। 

2008 में, 23 साल की उम्र में उन्होंने 5 रेस जीतकर फॉर्मूला 1 वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने नाम की। 

इस तरह से वह उस समय के सबसे युवा ड्राइवर बने जिन्होंने F1 चैंपियनशिप जीती थी, हालांकि 2010 में सेबेस्टियन वेटल ने यह रिकॉर्ड तोड़ा।

मैकलारेन से मर्सिडीज़ तक

मैकलारेन के साथ कई सालों तक सफलता हासिल करने के बाद, 2012 में हैमिल्टन ने मर्सिडीज़ F1 टीम से जुड़ने का निर्णय लिया।

2013 में पहले सीज़न में उन्हें कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने फिर भी ड्राइवर चैंपियनशिप स्टैंडिंग में टॉप 5 में अपनी जगह बनाई।

मर्सिडीज़ में डॉमिनेशन: 2014 से 2020

2014 में, लुईस हैमिल्टन ने F1 में एक नई ऊंचाई को छुआ, जब उन्होंने 11 रेस जीतकर अपनी दूसरी चैंपियनशिप जीती। 

2015 में, उन्होंने तीसरी चैंपियनशिप एक महीने पहले ही जीत ली थी। इन दोनों सीज़न में, मर्सिडीज़ टीम ने कंस्ट्रक्टर चैंपियनशिप भी जीती, जहां हैमिल्टन और उनके साथी ड्राइवर, निको रोसबर्ग की बेहतरीन प्रदर्शन ने टीम की जीत में योगदान दिया। 

2016 में, रोसबर्ग ने अपनी चैंपियनशिप जीती, लेकिन 2017 में हैमिल्टन ने 9 रेस जीतकर चौथी चैंपियनशिप हासिल की। इसके बाद 2018 में उन्होंने पांचवीं चैंपियनशिप भी जीती, जिससे वह F1 इतिहास के दूसरे सबसे बड़े चैंपियन बने, जिन्होंने पांच चैंपियनशिप्स जीतीं।

2019 में, उन्होंने अपनी छठी चैंपियनशिप जीती, और 2020 में उन्होंने सातवीं चैंपियनशिप हासिल की, जिससे उन्होंने माइकल शूमाकर के रिकॉर्ड को बराबर किया। साथ ही, वह F1 में सबसे ज्यादा रेस जीतने वाले ड्राइवर बने, जब उन्होंने 91वीं रेस जीत हासिल की।

हेमिल्टन कमीशन और विविधता के लिए प्रयास

2020 में, लुईस हैमिल्टन ने ब्रिटिश मोटरस्पोर्ट इंडस्ट्री में काले लोगों को आने वाली चुनौतियों को पहचानने के लिए 'हेमिल्टन कमीशन' शुरू किया। 

इस कमीशन का उद्देश्य इंजीनियरिंग पेशे में विविधता और समावेशन को बढ़ावा देना था। उन्होंने अपनी इस पहल के जरिए इंजीनियरिंग में और मोटरस्पोर्ट में ज्यादा विविधता को बढ़ावा देने का प्रयास किया। इसके अलावा, उन्होंने 'मिशन 44' नामक फाउंडेशन भी स्थापित किया।

विवाद और मर्सिडीज़ में संघर्ष

2021 में, लुईस हैमिल्टन और मैक्स वेरस्टैपेन के बीच एक तीव्र प्रतियोगिता देखी गई। हालांकि, एक विवादास्पद निर्णय के बाद वेरस्टैपेन ने चैंपियनशिप जीत ली।

 2022 में, हैमिल्टन के लिए यह सीज़न कठिन रहा, क्योंकि वह कोई रेस नहीं जीत पाए, जो उनके F1 करियर का पहला ऐसा सीज़न था। 

2023 में उन्होंने वापसी की, और ड्राइवर चैंपियनशिप स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर रहे, हालांकि उन्होंने फिर भी कोई रेस नहीं जीती।

2024 में फेरारी के लिए कदम

2023 के अंत में, कई अफवाहें थीं कि हैमिल्टन मर्सिडीज़ छोड़ सकते हैं। अगस्त 

2023 में, उन्होंने मर्सिडीज़ के साथ दो साल का अनुबंध विस्तार किया, लेकिन फरवरी 2024 में उन्होंने घोषणा की कि वह 2024 सीज़न के बाद मर्सिडीज़ को छोड़कर फेरारी के लिए रेसिंग करेंगे। 

2024 में, उन्होंने ब्रिटिश ग्रांプリ में जीत हासिल की, जो 2021 के बाद उनकी पहली रेस जीत थी, और फिर बेल्जियन ग्रांप्रि में 105वीं जीत हासिल की।

पुरस्कार और सम्मान

लुईस हैमिल्टन को 2009 में 'Member of the Order of the British Empire' (MBE) और 2021 में नाइटहुड से सम्मानित किया गया। 

निष्कर्ष

लुईस हैमिल्टन न केवल एक बेहतरीन रेसिंग ड्राइवर हैं, बल्कि एक प्रेरणा भी हैं, जिन्होंने अपने संघर्ष और सफलता से यह सिद्ध किया कि कड़ी मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। 

उनका करियर न सिर्फ रेसिंग की दुनिया में एक मिसाल है, बल्कि उन्होंने विविधता और समावेशन के लिए भी अपने प्रयासों से महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

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