तनुश करुणाकर कोटियन: गली क्रिकेट से भारतीय टेस्ट टीम तक का सफर

तनुश करुणाकर कोटियन [Tanush Karunakar Kotian] (जन्म 16 अक्टूबर 1998) एक भारतीय क्रिकेटर हैं, जो घरेलू क्रिकेट में मुंबई और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हैं। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज और ऑफ स्पिन गेंदबाज के रूप में एक ऑलराउंडर की भूमिका निभाते हैं।

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प्रारंभिक जीवन [Early Life]

तनुश करुणाकर कोटियन का जन्म 16 अक्टूबर 1998 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ। उनके माता-पिता, करुणाकर और मल्लिका कोटियन, कर्नाटक के उडुपी जिले के पंगाला गांव से हैं। 

मुंबई की क्रिकेट की गहरी संस्कृति में पले-बढ़े तनुश को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था। उन्होंने अपने पिता के मार्गदर्शन में अपने क्रिकेट कौशल को निखारा और बड़े होकर मुंबई और देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखा।

परिवार [Family]

तनुश एक क्रिकेट-प्रेमी परिवार से आते हैं। उनके पिता करुणाकर कोटियन एक पूर्व क्रिकेटर और कोच हैं, और वर्तमान में यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं। 

उनकी माता मल्लिका कोटियन भी उनके सफर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। तनुश के परिवार ने उनमें मेहनत की भावना और खेल के प्रति गहरी समझ विकसित की है, जो उनके क्रिकेट करियर में अहम साबित हुई है।

शिक्षा [Education]

क्रिकेट में उत्कृष्टता प्राप्त करने के साथ-साथ तनुश ने मुंबई के रामनिरंजन झुनझुनवाला कॉलेज में अपनी शिक्षा पूरी की। वहां उन्होंने न केवल अपनी पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त की, बल्कि कॉलेज की क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व भी किया। 

उनकी कॉलेज की समयावधि उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई, जिससे उन्हें अपने कौशल को प्रदर्शित करने और अनमोल अनुभव प्राप्त करने का मौका मिला।

घरेलू क्रिकेट करियर [Domestic Cricket Career]

तनुश ने 22 दिसंबर 2018 को मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया और जल्द ही अपनी पहचान बनाई। 

उन्होंने 9 मार्च 2021 को विजय हजारे ट्रॉफी में और 4 नवंबर 2021 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टी20 में पदार्पण किया। उनके लगातार प्रदर्शन ने उनकी विविधता और खेल के प्रति प्रतिबद्धता को साबित किया।

2023-24 रणजी ट्रॉफी सीजन में, तनुश का प्रदर्शन अभूतपूर्व रहा। उन्होंने 502 रन बनाए और 29 विकेट लिए, जिससे मुंबई को खिताबी जीत दिलाई। 

उनकी ऑलराउंड क्षमताएं पूरी तरह से उभर कर सामने आईं और उन्हें टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।

आईपीएल करियर [IPL Career]

2024 में तनुश की प्रतिभा आईपीएल स्काउट्स की नजर में आई और उन्हें राजस्थान रॉयल्स द्वारा साइन किया गया। उसी वर्ष आईपीएल में पदार्पण करते हुए, वह एडम जाम्पा के स्थान पर टीम में शामिल हुए। 

आईपीएल में उनके प्रदर्शन ने उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की उनकी क्षमता को और मजबूत किया।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर [International Cricket Career]

दिसंबर 2024 में, तनुश को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया। 

यह अवसर उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था क्योंकि उन्होंने अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह ली। टेस्ट टीम में उनकी शामिली उनके वर्षों की मेहनत और समर्पण का फल थी।

रिकॉर्ड्स [Records]

तनुश ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। 2023-24 रणजी ट्रॉफी के दौरान, उन्होंने और तुषार देशपांडे ने 10वें और 11वें स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए शतक बनाए, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक अनोखा रिकॉर्ड है। 

उसी सीजन में 502 रन और 29 विकेट लेकर उन्होंने मुंबई की खिताबी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

2024-25 ईरानी कप में, उन्होंने नाबाद 114 रन बनाकर मुंबई को 27 वर्षों बाद ईरानी कप जीतने में मदद की। 

इस टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन ने घरेलू क्रिकेट में उनके महत्वपूर्ण खिलाड़ी होने की पहचान को और मजबूत किया।

व्यक्तिगत जीवन और प्रेरणा [Personal Life and Inspirations]

तनुश कोटियन का सफर केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं है। मैदान के बाहर, वह अपने विनम्र और जमीन से जुड़े स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। 

अपनी बढ़ती प्रसिद्धि और सफलता के बावजूद, वह अपने परिवार और जड़ों से गहरे जुड़े हुए हैं। उनके पिता करुणाकर अब भी उनके मार्गदर्शक और समर्थक के रूप में बने हुए हैं।

तनुश को सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे क्रिकेट दिग्गजों से प्रेरणा मिलती है। उनके अनुशासन, समर्पण और खेल के प्रति जुनून ने तनुश के क्रिकेट के प्रति दृष्टिकोण को प्रभावित किया है। 

वह मानते हैं कि प्रत्येक चुनौती को एक अवसर के रूप में लेना चाहिए और लगातार विकास और सीखने की दिशा में प्रयासरत रहना चाहिए।

भविष्य की योजनाएँ और लक्ष्य [Future Plans and Goals]

भविष्य में, तनुश भारतीय क्रिकेट टीम का नियमित सदस्य बनने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वह टेस्ट और सीमित ओवरों के प्रारूपों में भारत की सफलता में योगदान देना चाहते हैं। 

उनके दीर्घकालिक लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय मैचों में शतक और पांच विकेट लेने की उपलब्धियों को प्राप्त करना, साथ ही आईसीसी विश्व कप और आईसीसी टी20 विश्व कप जैसे प्रमुख टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व करना है।

तनुश आने वाली पीढ़ी के क्रिकेटरों को प्रेरित करने की भी योजना बना रहे हैं। वह कोचिंग और मेंटरिंग में संलग्न होकर युवा प्रतिभाओं को उनकी क्रिकेट यात्रा में मदद करना चाहते हैं। उनका उद्देश्य क्रिकेट समुदाय को वापस देना है जिसने उनके करियर को आकार दिया है।

निष्कर्ष [Conclusion]

तनुश करुणाकर कोटियन का सफर मुंबई के एक युवा लड़के से भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे तक का है, जिसमें जुनून, धैर्य और कड़ी मेहनत की कहानी है। 

घरेलू क्रिकेट में उनकी उपलब्धियाँ और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकने की उनकी क्षमता उन्हें आने वाले वर्षों में एक देखने योग्य खिलाड़ी बनाती है। 

अपने अटूट समर्पण और उत्कृष्टता की निरंतर तलाश के साथ, तनुश क्रिकेट में एक उल्लेखनीय करियर बनाने के लिए तैयार हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी विरासत छोड़ेंगे।

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