कैसे एक 10 साल का गरीब लड़का जीता सैमसंग का टैबलेट ? | Free Samsung Tablet

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विकसित देशों के मॉडल स्कूलों में आजकल पढ़ाई का बिल्कुल ही आधुनिक तरीका हो गया है जिसमें लैपटॉप और इंटरनेट का अहम रोल होता है।

इतनी सुविधा होने के बाद भी कई सारे लड़के इस को मजाक में लेते हैं।
लेकिन दुनिया में ऐसे कई बच्चे हैं जिन्हें मौका ही नहीं मिलता, आधुनिक पढ़ाई तो दूर की बात लेकिन उनके पास लैपटॉप और इंटरनेट लेने का पैसा तक नहीं होता है।

आज हमें इसी तरह एक 10 साल के बच्चे की बात करने वाले हैं इसका नाम था गुलिएमे सांतियागो (Guillerme Santiago).

यह 10 साल का लड़का ब्राजील में एक गरीब परिवार में पैदा हुआ था जोकि ब्राजील के एक पब्लिक स्कूल में पांचवी क्लास में पढ़ता था।

उसका परिवार एक गरीब इलाके में रहता था उसके अलावा उसके तीन और भाई बहन थे और वह सबसे छोटा था।

जैसा कि आप जानते हैं कि आजकल स्कूलों का होमवर्क ऑनलाइन ही सबमिट करवाना पड़ता है बाहर के सब देशों में इसी तरह जिस स्कूल में वह लड़का पढ़ता था उसी स्कूल का होमवर्क भी ऑनलाइन सबमिट करवाना होता था।

स्कूल में टेबलेट था लेकिन 278 स्टूडेंट्स के बीच में सिर्फ 12 टेबलेट थे और उसको यूज करने के लिए अलग से पैसा देना पड़ता था।

उस लड़के की परिवार के पास ऐसा ना होने के कारण वह स्कूल का टेबलेट यूज़ नहीं कर पा रहा था और उसे होमवर्क भी पूरा करना था।

इसलिए वह पास ही के एक बड़े मॉल में सैमसंग के स्टोर में जाकर वहां दिखाने के लिए रखे फोन पर अपना होमवर्क किया करता था।

रोज-रोज उसका ऐसा करने पर सैमसंग के स्टोर में काम करने वाले एक स्टाफ के नजर में आया।

उसने बाकी स्टाफ के साथ यह बताया तो उन्हें लगा कि बच्चा अभी छोटा है तो हो सकता है कि वह टेबलेट चोरी करके ले जाए या फिर उससे खराब कर ले।

एक दिन फिर से वह बच्चा आया उसमें टेबलेट का बटन दबाया और फिर एक छोटे से कागज पर कुछ लिखने लगा।

यह सब देख कर एक स्टाफ में उस लड़के से पूछा कि क्या कर रहे हो ? गेम खेल रहे हो क्या?

लड़के ने बोला नहीं मैं तो अपना होमवर्क कर रहा था क्योंकि मेरे घर वालों के पास इतना पैसा नहीं है कि वह मुझे फोन लाकर दे और स्कूल में जो टेबलेट है उसे यूज करने के लिए पैसा देना होता है जो कि बहुत महंगा होता है।

यह देख कर सैमसंग के स्टाफ दंग रह गए कि कैसे एक 10 साल का बच्चा घर की परिस्थिति को समझते हुए अपना काम कर रहा है।

उन्होंने उसे टेबलेट यूज़ करने दिया वह अपना होमवर्क कर रहा था ऐसा करते हुए उन्होंने उसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।

कुछ ही समय में वह वायरल हो गया काफी लोगों ने स्टाफ को धन्यवाद बोला और बताया कि ब्राजील में इंटरनेट का बहुत ज्यादा पैसा देना होता है और हर किसी के पास इतना पैसा नहीं होता कि वह इंटरनेट यूज कर सके और घर में अपने बच्चों को मोबाइल दिलवा सके।

यह वायरल पोस्ट सैमसंग के हेड ऑफिस की नजर मे आ गया। उस लड़के के परिवार की जानकारी इकट्ठा की गई और फिर सैमसंग कंपनी ने उसके घर पर दो बड़े टेबलेट फ्री में भेज दिए।

सैमसंग के बड़े अधिकारी बोलते हैं कि अगर कोई हार्ड वर्क करता है तो उसे फल जरूर मिलता है उस बच्चे को काम करते देख उससे यह गिफ्ट के रूप में दिए जा रहे हैं।

सैमसंग कंपनी को धन्यवाद देना चाहिए की उसने उस बच्चे को आगे बढ़ने के लिए यह सब किया।

तो इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती हैं?

कभी भी कोई भी काम करने के लिए बहाना नहीं बनाना चाहिए हमारे पास जो चीज है उपलब्ध है उसी से हमें आगे बढ़ना चाहिए और अपने काम पर फोकस करना चाहिए।

आज हमारी कहानी एक 10 साल की लड़के के बारे में है, जिसे नई नई चीजें सीखने की बहुत इच्छा थी लेकिन उसे अवसर नहीं मिल पा रहा था।

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